内容摘要:आईपीएल(IPL) का ये सीजन काफी शानदार साबित हुआ। फैंस को रोज कई शानदार मुकाबले आईपीएल 2020 में देखने को
आईपीएल(IPL) का ये सीजन काफी शानदार साबित हुआ। फैंस को रोज कई शानदार मुकाबले आईपीएल 2020 में देखने को मिले। इस सीजन कई युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया तो वहीं कई पुराने खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी काफी शानदार रहा।आईपीएल में कप्तानी की काफी अहम भूमिका होती है। जिस तरह से इस टूर्नामेंट में जल्दी-जल्दी हालात बदलते हैं उसे देखते हुए एक कप्तान को हर वक्त चौंकन्ना रहना होता है।रोहित शर्मा और एम एस धोनी की चर्चा इसलिए सबसे ज्यादा होती है क्योंकि उन्होंने सबसे ज्यादा बार आईपीएल की ट्रॉफी जीती है। रोहित शर्मा ने 5 बार और एम एस धोनी ने 3 बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की है। इसके अलावा भी कई दिग्गज भारतीय खिलाड़ी रहे जो आईपीएल में कप्तान के तौर पर काफी सफल रहे।आईपीएल में सभी टीमों के पास बेहतरीन कप्तान होते हैं और इनके ऊपर अपनी टीम को आगे ले जाने की पूरी जिम्मेदारी होती है। हालांकि कई खिलाड़ी होते हैं जो एक बेहतरीन प्लेयर तो जरुर होते हैं लेकिन कप्तान के तौर पर सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे में उनको कप्तानी छोड़कर केवल खुद के खेल पर फोकस करना चाहिए। हम आपको इस आर्टिकल में उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्हें अब आईपीएल में कप्तानी छोड़ देनी चाहिए।ये भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय बल्लेबाजों की वनडे में 3 सबसे बेहतरीन पारियांविराट कोहली आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान हैं। वो पिछले 8 साल से आरसीबी की कप्तानी कर रहे हैं लेकिन अभी तक टीम एक बार भी टाइटल नहीं जीत पाई है। आरसीबी की टीम में इस दौरान कई दिग्गज खिलाड़ी रहे लेकिन टीम चैंपियंस की तरह प्रदर्शन नहीं कर पाई।कोहली की कप्तानी में आरसीबी का बेस्ट परफॉर्मेंस 2016 के सीजन में था,खिलाड़ीजिन्हेंआईपीएलमेंअपनीटीमोंकीकप्तानीछोड़देनीचाहिए जब उन्होंने फाइनल तक का सफर तय किया था। 8 साल लगातार मौका मिलने के बावजूद कोहली अभी ट्रॉफी नहीं जीत पाए हैं, ऐसे में अब उन्हें किसी युवा खिलाड़ी को मौका देना चाहिए। कोहली को अपनी निगरानी में दूसरे प्लेयर को कप्तानी के लिए तैयार करना चाहिए जो लंबे समय तक टीम का नेतृत्व कर सके। आईपीएल में हमने कई बार देखा है कि कप्तानी बदलने से टीमों कि किस्मत भी बदल जाती है।ये भी पढ़ें: भारतीय टेस्ट टीम के 4 खिलाड़ी जिन्हें अब शायद वनडे और टी20 मैचों में दोबारा खेलने का मौका ना मिले